डिगबोई ए ओ डी द्वारा राजभाषा संगोष्ठी का आयोजन
नईदिल्ली   24-Mar-2015

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श्री अमिताभ मिश्रा छमाही हिंदी निरीक्षण के विजेता विभागों
को चल शील्ड  तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुए

डिगबोई स्वर्ण जयन्ती परिसर में ‘असमिया भाषा व निवासियों का हिंदी के विकास में योगदान’ पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया ! संगोष्ठी की अध्यक्षता श्री अमिताभ मिश्रा, अध्यक्ष, डिगबोई नराकास तथा महाप्रबंधक(प्रभारी) इंडियनआयल (ए ओ डी) ने की I असमिया भाषा के जाने माने साहित्यकार एवं सौमर विद्यापीठ के पूर्व प्राचार्य श्री पुण्य साइकिया और हिंदी साहित्यकार एवं महिला महाविद्यालय के हिंदी अनुभाग के अध्यक्ष डॉ हरेराम पाठक को संगोष्ठी में विशिष्ट वक्त्ता के तौर पर आमंत्रित किया गया था I इनके अलावा संगोष्ठी में श्री राजीव कलिता, उपाध्यक्ष डिगबोई नराकास तथा महाप्रबंधक (मानव संसाधन), इंडियनआयल (ए ओ डी), नराकास संस्थाओं के अधिकारी, महाविद्यालयों तथा विद्यालयों के अध्यापकगण, तथा ए ओ डी के सभी विभागों के हिंदी समन्वयक उपस्थित हुए I

संगोष्ठी का आरम्भ विशिष्ट अतिथि श्री पुण्य साइकिया जी तथा डॉ हरेराम पाठक जी के द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया I श्री पुण्य साइकिया जी अपने संक्षिप्त परन्तु विशिष्ट अभिभाषण में असमिया और हिंदी के बीच की तमाम बारीकी साहित्यिक जानकारियां प्रदान करते हुए संस्कृत भाषा को दादी बताया और भाषा में भावों की अहमियत को समझाया | डॉं हरेराम पाठक ने न केवल असमिया भाषा तथा असमिया निवासियों की व्याख्या करते हुए हिंदी के विकास में उनके योगदान की सराहना की अपितु हिंदी साहित्य से संबंध रखने वाली कुछ ऐसी जानकारियां प्रदान कीं, जो कि हिंदी से ज्यादा असमिया में हैं I इन दोनों साहित्य के दिग्गजों ने असमिया तथा हिंदी में दिए अपने अभिभाषण से गागर में सागर भरने का कार्य किया और दोनों भाषाओं के समन्वय को वास्तविक रूप से एक दूसरे के सामने ला खड़ा किया I इसके उपरांत माननीय अतिथियों तथा वरिष्ठ अधिकरियों द्वारा नराकास पत्रिका ‘पुरवाई’ के चौथे अंक का विमोचन किया गया I

नराकास एवं ए ओ डी के कर्मचारियों के बीच आयोजित प्रतियोंगिताओं के विजेताओं को श्री पुण्य साइकिया, डॉ हरेराम पाठक, श्री अमिताभ मिश्रा तथा श्री राजीव कलिता के द्वारा पुरस्कृत किया गया और छमाही हिन्दी निरीक्षण के विजेता विभागों को चल शील्ड तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए I